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176597734 अद भुत टोटका तंत र

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अद्भत ु टोटका तंत्र (AMAZING TOTKA TANTRA) ऩंच तत्व अऩने आऩ भे ही भहत्वऩण ू ण है औय मह हभाये आसऩास किसी न किसी रूऩ भे होते ही है. अत् इन तत्वों िी अवरेहना बी िई फाय ववववध स्वास्​्म

सफंधी तथा रक्ष्भी सफंधी सभस्माओ िो आभंत्रण दे ता है. अक्सय व्मक्क्त छोटी

चीजों िो बर ू िय ववववध फड़े फड़े अनष्ु ठान ियवाने िे लरए तैमाय हो जाता है . रेकिन अगय व्मक्क्त छोटी छोटी चीजों ऩय ही ध्मान दे ना शरू ु िय दे , तो फड़ी

सभस्मा िी ऩष्ृ ठबलू भ ही नहीं फनेगी. हभाये वेदों ने जफ इन तत्वों िो दे वताओं िी संऻा दी है तफ इनिा किसी बी रूऩ भे अऩभान मोग्म नहीं है . ननचे ववववध ग्रंथो से संगह ृ ीत तत्वों से सफंधधत िुछ टोटिे प्रस्तुत किमे जा यहे है .

· घय भे तर ु सी िा औय मथा संबव किसी बी प्रिाय िा ऩौधा सख ु जाए तो उसे घय भे नहीं यखना चाहहए, मह बलू भ तत्व से सफंधधत दोष है . इससे घय भे रक्ष्भी तथा

स्वस्थ सफंधधत सभस्माए फढती है . इस प्रिाय जफ िोई ऩौधा घय भे सख ु जाए तो उसे अऩनी लभटटी िे साथ ही नदी मा सभद्र ु भे प्रवाहहत िय दे .

· अऩने घय िे भख् ु म द्वाय िे ऩास क्स्थय ऩानी नहीं यखना चाहहए. मथा संबव

भख् ु म द्वाय िे साभने फहाय िी तयप बया हुआ जर स्त्रोत ठीि नहीं है . इससे बी साधि रक्ष्भी से सफंधधत सभस्माओ से ऩीड़ड़त यह सिता है . इसिे ननवायण हे तु साधि िो अऩने दयवाज़े ऩय स्वाक्स्ति िा धचन्ह फनाना चाहहए

· घय भे जहा ऩय बी ऩानी रीि हो यहा हो उसे तयु ं त ठीि ियवा रेना चाहहए. घय भे ऩानी िा टऩिता यहना मोग्म नहीं िहा जाता तथा ऐसे घय िे सभ्मो भे भानलसि योग िी सम्बावना फढ़ जाती है.

· भंहदय िी ध्वजा िी ऩयछाई अगय किसी घय ऩय ऩड़ती हो तो वहा ऩय ऩ् ृ वी दोष रगता है ऐसा वववयण िई ग्रंथो भे है , ऐसे घय भे यहने वारे व्मक्क्त किसी न

किसी रूऩ भे योग िे लशिाय होते यहते है . व्मक्क्त िो अऩने घय भे ऺेत्रऩार िी स्थाऩना िय योज गुड िा बोग रगाना चाहहए

· स्भशान िे ऩास गह ृ होने ऩय घय िे अंदय से जरती हुई धचता िो दे खने से अक्ग्न तत्व से सफंधधत दोष रगता है . इसिे ननवायण हे तु साधि िो ३ अंजुरी जर सम ू ण


िो मा तुरसी िो चडा िय अक्ग्न दे व से भाफ़ी भांगे तथा भत ृ आत्भाओ िी भक्ु क्त िे लरए प्राथणना िये

· सम ू ण िो सम ू ोदम िे सभम अध्मण दे ना अत्मधधि उत्तभ होता है. उस सभम “ औभ घण ू ण आहदत्माम सवण दोष ननवायणाम नभ्” िा ११ फाय उच्चायण ियने से ृ ी सम सबी दोषों से भक्ु क्त लभरती है

· संध्मा िार भे साधि अगय ननजणन वातावयण भे ५ अगयफत्ती ऩंच तत्वों िो माद िय िे रगा दे तथा ऩव ण ो िो भदद िे लरए प्राथणना िये तो सवण रक्ष्भी तथा ू ज स्वास्​्म सफंधधत दोषों िी ननवनृ त होती है

· सम ू ाणस्त िे सभम अऩने जर संग्रह स्थान िे ऩास एि दीऩ जरने ऩय आिाश तथा जर स्वास्​्म सफंधधत सवण दोषों िी ननवनृ त होती है

· रक्ष्भी सफंधधत गेफी भदद प्राप्त ियने िे लरए िोई िुवां खोजे औय सम ू ाणस्त भे

उसभे से जर ननिारे, यात्रत्र िार भे उस जर से वही ऩय नग्न हो िय स्नान िये . इसिे फाद किसी दयगाह मा भज़ाय ऩय लभठाई िा बोग रगा िय एि हया धागा वहा से उठा रे. उस धागे ऩय “अल्राहु भदद” िा ८८ फाय जाऩ िय िे किसी तावीज़ भे बय िय हाथ मा गरे भे ऩहे न रे. औय योज “अल्राहु भदद” िा मथा

संबव जाऩ िये . एि हफ्ते िी बीतय भदद प्राप्त होती है . एि हफ्ते फाद तावीज़ िो उसी भजाय ऩय चडा दे . जर िुवे िा ही होना चाहहए औय स्नान वही ऩय ियना है.


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