КНИГИ НА ХИНДИ ЯЗЫКЕ, ИМЕЮЩЕЕ ОТНОШЕНИЕ К СЛОВУ «यजाक»
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यजाक в следующих библиографических источниках. Книги, относящиеся к слову
यजाक, и краткие выдержки из этих книг для получения представления о контексте использования этого слова в литературе на хинди языке.
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उच्चतर शिक्षा मनोविज्ञान - Page 178
मानसिक विकास जो लक्षण छ: यब के खाद रो मैं 2 वर्ष को आयु तक यजाक को आत्मकथा कहीं जती है । इस अवस्था में अपलक के मानसिक विकास के मुख्य लक्षण निम्नलिखित है-( मैं ) महिय-खाल-या का ...
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Fasadat Ke Afsane - Page 129
हुई विल सलाम बिन यजाक अपने ही हलक से निकली हुई आह उसे किसी दूर बसे यई से आती हुई सताए बाज पते लगी । नप यों हुन रहीं थी जैसे यर जाप धीरे-धीरे तहजीब होता जा रहा है । उसका जिम साज था ...
3
A Dictionary, English and Hindui - Page 177
यजाक समवाय । लिरि11सी, 5, लेको । 19हि०1८ 5. प्रेम, बोरा, लेप, राखा, लेक ; आरजू, दूरि" । अल्प, द्वा. मपलना, सूटा" क- । 9601.1051, 19. य, कजाज । उरिद्वाजप्र1१, 8. अथ, निज, धभी नियम । लि१०1४३ता अहं.
Rāmanārāyaṇadatta Pāṇḍeya, 1968
5
Śrīmadbhagavadgītā-dharmadarśana-bhāshyam: Gītāpramāṇaṃ ...
जातीय-यतिन, गीता में दो दूरियों से आलोचना का विषय बना है : (क) समुहुपकीसाची नैतिकता की अपयजिता (खा आम के जातीय कबीलाई रूकें में बलपूकि यजाक प्रतिष्ठा की आकलित के रूप में ...
Giridhārī Lāla Caturvedī, 2002
6
Rājasthānī-Hindī kahāvata-kośa: Niṃ se bhāṃ taka kahāvateṃ
अब मुझे ही यह जिम्मेदारी संभालनी होगी मरना मनुष्य हमें जीने नहीं देगे । ऐसा यजाक.ल कि अगले मौस की भी मन में रह जाएगी । है भूत ने स्थाई करते कहा, 'पुल पोवार है । डरना भी नहीं जानता ।
7
Bālakr̥shṇa Śarmā Navīna - Page 17
क्रियात्मक का सन्तिदेश एक अन्य दोहे में वर्षा में होते पक्षी को देखकर, वियोग-रिपन में बदल जाता है । यथा उब ओए ओए से सघन आम पत्लय निहारि । यजाक सिसक मिस वहि चली, नयन उधारि उयारि 1: ...
Pavana Kumāra Miśra, Sahitya Akademi, 1999
रत-मं-नयन यजाक को नाई ' अ-ध जा१त्जियअरिमनभीनर 1 तम करुण: कर धर्म (रोका अजस विचारि भीर-पल (स्थाई । सबतिई जियत बाड भेटल आई 1, जई सुयोग बन-: बष्टि आस है जारि अनाथ इन परि, चन गाउ: 1. सब कर चा.
Avināśacandra Viśvāsa, 1883
9
Rājasthānī sāhitya ke sandarbha
१०--१ १ तो लेखक के निजी संग्रह में । १२-- राजस्थान प्रारय-विद्याप्रतिध्यान जस, यजाक प्र० ८७५ : ( ३ बनी राजस्थान यय-विद्या-प्रतिष्ठान जोधपुर से लेखक के सम्पादन में प्रकाशित है : ४ स पत्र ...
Purushottamlal Menaria, 1969
10
Kāryavāhī: adhikr̥ta vivaraṇa - Volume 7, Issues 1-8 - Page 62
यजाक 4. बका नाक ह 5. कैश-ली (कलप6. रेहलीव्य'क 7, देवरी व्यापाक तो होता व्यापाक 9. कुरई ठग, 1 0. भलवां उनक प्रतिशत प्रतिशत प्रतिशत प्रतिशत प्रतिशत प्रति-य/त प्रति ए स प्रतिशत प्ररित हैं ...
Madhya Pradesh (India). Vidhan Sabha, 1974