КНИГИ НА ХИНДИ ЯЗЫКЕ, ИМЕЮЩЕЕ ОТНОШЕНИЕ К СЛОВУ «होरी»
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होरी в следующих библиографических источниках. Книги, относящиеся к слову
होरी, и краткие выдержки из этих книг для получения представления о контексте использования этого слова в литературе на хинди языке.
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होरी (Hindi Sahitya): Hori(Hindi Drama)
[मंच पर होरी के घर का दृश◌्य। होरी और धिनया बैठे बातें कर रहे हैं।] होरी–देख धिनया। इससाल जैसे भी हो सोना का ब्याह कर देना है। गल्ला तोमौजूद है। दोसौ रुपये भी हाथ आजाये तो कन्या ...
प्रेमचन्द, Premchand, 2012
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Jahalat Ke Pachas Saal: - Page 55
1934-35 के दिन होते तो पेमदद के उपन्यास 'गोदान' का नायक होरी इस यम अपने गोई सीसी में को छप्पर के नीचे की हुआ इधर-उधर से बीनकर ताई हुई लकडी और ईख की सूखा पतियों का बनाय ताप रहा होता ...
3
Shrilal Shukla Sanchayita: - Page 383
1934-35 के दिन होते तो प्रेमचन्द के उपन्यास 'गोदान' का नायक होरी इस वक्त अपने गोई सीसी से हो अर के नीचे बैठा हुआ इधर-उधर से बीनकर राई हुई लकडी और देखे की सूती पतियों का अलख ताप रहा ...
Shrilal Shukla, Namvar Singh, 2008
4
गोदान (Hindi Sahitya): Godan (Hindi Novel)
होरी परभी उसके सूदब्याज िमलाकर कोई डेढ़ सौहो गये थे; मगर न होरी को ऋण चुकानेकी कोई िचन्ता थीऔर न उसे वसूल करने की। दोचार बार उसने तकाजािकया, घुड़काडाँटा भी; मगर होरी की दश◌ा ...
प्रेमचन्द, Premchand, 2012
5
Kuchh Jamin Par Kuchh Hva Mein - Page 11
होरी और उन्नीस सौ अंजिगे 1984 का दिसंबर । 1934-85 के दिन होते तो पेमधद के उपन्यास 'गोदान' का नायक होरी इति बन अपने गल सेमरी ने हो अप के नीचे बैठा तुझ अम-उधर से बीनकर लई हुई लम और हैम ...
6
Sampuran Soorsagar Lokbharti Tika Vol-2 - Volume 2
१३०७द प४१ई कलर होरी यह रही है यज भी नंदन-द के द्वार : इक गावा, इक मृदंग बजावत, इक नाचत है तार : अरि-भरि खारि गुलाल उबल रही न जप सं"आर । अष्ट सई मिलि खेले होरी यह यया दिन वर । एक ओर उरु खाई बजत ...
Dr Kishori Lal Gupta, 2005
7
Mere Saakshaatkar - Page 9
साग. (वार. होरी. का. (रेशम. अनिल. जनविजय. और. भारत. यायावर. से. बातचीत. कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि कविता पायल से ली यक मुठभेड़' होनी चाहिए । इस को में आपका यया र-वयात है, यह तो एक ...
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Premchand Aur Unka Yug - Page 102
'गोदान है के वाद अगला कदम यहीं हो सकता है कि मेहता और होरी-जैसे लोग अपना एका मजलत करके रायस. और उनके विलायती पशुओं के जाल को सन्न-भिन्न कर दें है जिस वन में रायस-जैसे लोग पैदा ...
9
Yagyavalkya Se Bahas - Page 173
जिसके लिए कविताएँ यथा मैं तो लिए बिटिया या तो भाई के लिए बहीं होकर जब तू होरी नालियों तो तुझे बतलाया जाएगा दि, होरी ही कविता है और जब अपने नन्हें को की गरमाहट को पहली खार ...
10
Television Ki Kahani (Part- I): - Page 42
होरी. परिस्ट की उदा प्रसिद्धि की वजह उनके पीछे अमेरिकी प्रशासन रम तीर से अमेरिका के उ-विभाग की शक्ति तथा उद्योगपतियों द्वारा समधन और सुहिधाएँ संया करना भी कहा जा सकता है ।
НОВОСТИ, В КОТОРЫХ ВСТРЕЧАЕТСЯ ТЕРМИН «होरी»
Здесь показано, как национальная и международная пресса использует термин
होरी в контексте приведенных ниже новостных статей.
बरसानें की होरी के साथ मीरा महोत्सव का आगाज
meera_mahotsav चित्तौडग़ढ। गिरधर गोपाल की आराध्या भक्त शिरोमणि मीरा बाई के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मीरा स्मृति संस्थान द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय मीरा महोत्सव का आगाज रविवार रात्रि को द्वारिकाधाम में शरद पूर्णिमा की पूर्व ... «प्रातःकाल, Окт 15»
चार दिनी होरी हनुमान पद यात्रा 1 से
होरी हनुमान भक्त मंडल के तत्वावधान में 1 सितंबर मंगलवार को 4 दिवसीय होरी हनुमान पद यात्रा शुरू होगी। यात्रा के पूर्व सुबह 8 बजे गांधी ग्राम कॉलोनी स्थित हाटकेश्वर शिव मंदिर पर पं. चंद्रशेखर दवे द्वारा अभिषेक पूजन व आरती कराई जाएगी। «दैनिक भास्कर, Авг 15»
समाज के षड्यंत्र में फंसकर आखिरकार चल बसा मुंशी …
सागर। विश्व रंगमंच दिवस के मौके पर शुक्रवार को रविंद्र भवन में दिव्य रंग एकता वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वावधान में कवि मुंशी प्रेमचंद के उपन्यास गोदान पर आधारित नाटक होरी का मंचन किया गया। शाम 4 और 7 बजे हुए इस नाटक के मंचन में कलाकारों ने ... «दैनिक भास्कर, Мар 15»
नाटक होरी का मंचन आज
सागर | विश्व रंगमंच दिवस पर शुक्रवार को रवींद्र भवन परिसर में नाटक होरी कहानी एक किसान की का मंचन किया जाएगा। नाटक दोपहर 3 बजे एवं शाम 7 बजे दो शो में होगा। इस नाटक का मंचन दिव्य रंग एकता वेलफेयर फाउंडेशन एवं मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय ... «दैनिक भास्कर, Мар 15»
'मेरौ दाऊ बड़ौ मतवालौ, होरी में खेले हुरंगा'
'आ जइयो श्याम बलदेव, तेरे गुलचा चार लगाय दूंगी, होरी कौ मजा चखाय दूंगी', मेरौ दाऊ बड़ौ मतवालौ, होरी में खेले हुरंगा। बरसाना की लठामार, गोकुल की छड़ीमार होरी के बाद बलदेव के हुरंगा के साथ ही ब्रज के होली महोत्सव ने शिखर को छू लिया। «अमर उजाला, Мар 15»
आज कंपू मा होरी र रसिया
अभी मुड़ाया ही था सर पर ओले थे जल्दी में, मैं भाषण भोगी घाटी में ले कूद गया हल्दी में, यूं कर स्वच्छ मिशन अब मैने पश्चाताप किया है, झाडू़ ले अपने हाथों में दिल्ली ही साफ किया है। - अरविंद केजरीवाल एक बुजुर्ग की भूख भुनाकर अनशन की आंधी ... «अमर उजाला, Мар 15»
आयो फागुन मास, कहे सब होरी होरा
मथुरा। 'आयो फागुन मास, कहे सब होरी होरा। एक ओर वृषभान नंदिनी, एक ओर हरि-हलधर जोरा। ब्रजनारी गारी देवें को, भजि-भजि आवे, ताजि-ताजि कोरा। जान न दे हो पकरो री श्याम को।Ó ब्रज में होलिका दहन के दौरान होलिका मइया व गोदी में बैठे प्रहलाद की ... «दैनिक जागरण, Мар 15»
धरा धाम खिल-खिल कैं हांसै, रसिकन के मन मंदिर मै
चहुं ओर होरी के रसिया गूंज रहे हैं। ढोलक की थाप पर कोकिल कंठ गा रहे हैं। श्याम संग होरी खेलउंगी आज, मदमातौ फागुन आयौ... आज हर कसर निकारूंगी...। शुक्रवार की सुबह रंग-रस में बोरी हुई होगी। बरसाने के गैल गिरारे सब अबीर-गुलाल और रंगों में नहाए ... «अमर उजाला, Фев 15»
होरी रे रसिया : ब्रज में कब-कब होगी कौन-कौन सी होली
मथुर। अपनी लोक कलाओं, विधाओं और संस्कृति के लिए देश और दुनिया में विख्यात ब्रज की होली का रंग ही निराला होता है। खास बात ये है कि ये रंग लगातार चटख होता जा रहा है। 40 दिवसीय फाग महोत्सव की शुरुआत का शंखनाद करने वसंत पंचमी के दिन ... «दैनिक जागरण, Фев 15»
आया रे फागुन: द्वारिकाधीश आज से सुनेंगे होरी के …
मथुरा। वसंत पंचमी से शुरू हुआ होली का उल्लास धीरे-धीरे पूरे ब्रज में छाने लगा है। द्वारिकाधीश मंदिर में मंगलवार को शयन दर्शन के साथ होली का डांडा गाढ़ दिया गया। बुधवार से प्रभु को ढप पर होरी के रसिया सुनाए जाने लगेंगे। उधर, मंगलवार को ... «दैनिक जागरण, Фев 15»