10 LIVROS EM MARATA RELACIONADOS COM «डायण»
Descubra o uso de
डायण na seguinte seleção bibliográfica. Livros relacionados com
डायण e pequenos extratos deles para contextualizar o seu uso na literatura.
1
Himālaya gāthā: Deva paramparā - पृष्ठ 174
अवगत के दो गोदने हैं जो रथ के अग्रभाग में एक के ऊपर एक लगते हैं । देबी को सब 1971 से शिवरवि में ताया जाता है । भाद्रपद में डायण चीदस का मेला होता है । वर्ष के सभी त्योहार भी मनाए जाते ...
2
Lokakavi Paṇḍita Debīdatta - पृष्ठ 140
तगाजा से जो हुम और पाणी नहीं बगता तो सजा कित का सजा से जो आये जायज आये खाते वा डायण कहावे, संत वलय' । सी. बी- आई- और अखबारों ने कर सलाम-बना. छोड़ गो दो नम्बर वय, ने एक नम्बर के पीद ...
Debīdatta (Paṇḍita), Keśorāma Śarmā, 2006
3
Tarka-saṅgrahaḥ: svopajñaṭīkā Tarkadīpikā tathā ... - पृष्ठ 112
संयु-यय, मन डायण, इन्दियमना, तत: यत्त्वक्षज्ञानमुलधिते । घटरूपग्रापते क: मनिब, ५२ ० घटरूपग्रायक्षजनने संयु-मअय: मनिब: हैं चशु:लि९युके घटे रूपम समवाय' । वसु हैं घट के रूप के प्रयक्ष में ...
4
Abhidhānacintāmaṇināmamālā
डायण, कनीनादेशक्ष । ६ बदर-पय" खादर.: । 'नडादिध्य: रत' ।१ ।९९ ।। छो, यस ( ७ व्यकित" वेदालमिति वयम: । व्यद्धपुर्व: है अक्ष श्रेपगो' (दियाले ), पचा: । मस दृयद्विपायनस्य ।। मया-सत्-तीखा-दूबी-ब-लिका ...
Hemacandra, Hemacandravijaya Gaṇi, Devasāgaragaṇi, 2003
5
Gītā jñāna: Gītā kathā - पृष्ठ 19
... समर्थ, सूलशमयके लिए जिधिवन वामनारत रस्ते है: यह सौरोंर्श क्षति पहुंचा देगी, स्वयं भी कष्ट उठा लेगी, मगर अपने बलशेपर पू/लकी भी चेट नहीं बने देगी: गौशेमें कहावत है मामा- जै डायण भी ...
Brahmadatta Vātsyāyana, 1997
6
Rājasthāna ke rājagharānoṃ kī Hindī-sevā
... जगत कहेली है ओके रही मोह रे गांरै हूं तो राज पहेली है रसिक सनेही यरी छायण डायण विरह दल : विरह दशा का वर्णन इन दोहीं में प्रष्णुटित हुआ है :- बदरा बवराही बने, इस बदन की ओट है कैसे सहे-, ...
7
Hindī ke mithaka kendrita prabandha kavyoṃ meṃ mānava mūlya
जाम के मचु-यल' का उबल ही बजाये' का नव्य आ: उन्होंने को और अस, जीबन-दर्शनों रहे विवेचन के माध्यम से अ-ययक रकीब८बति में युगानुरुप मलब एम के ल३धायना श्री भी है बाम और डायण म दो विरोधी ...
Vīrendra Bhāradvāja, 2005
8
Khaṛībolī kā vyākaraṇika viśleshaṇa - पृष्ठ 126
टिर ( उस्का), डायण ( ब८डाकिनी), तत्ता ( ब८तप्त), तली ( वत-झ-ई), ता (::7..), तांत ( ब८तंतृ), तिस, वत"), यत्न (दत्तो), थाम (वास्तव), थाली (वास्थाली), गुणी ( (अथ-प्र), तांती ( रवानी), दाना ( ब-दानव), दिवा ...
9
Diṅgala ke aitihāsika prabandhakāvya, (Samvat 1700 se 2000 ...
उड़ते वबय. जिय ।। ख-बके खाम हलकीय खाप । उत्वकेय मय साल आप । डहवजैय डायण वय डाक । बने केक हुवा इकबाल ।। 'भगत-रने में मगणा प्रताप के अनुज शवितसिह और अकबर के दृपपाब एक मियाँ के मध्य 'खम-गोर ...
10
Paṇḍita Lakhamīcanda granthāvalī - पृष्ठ 211
बाबा जी उसे क्या कहने लगा उसने ( 3 3 ) सोर्य सै के डायण अटारी मैं, मेरा दम लिकड़ण नै होरम रै, गए घर की सून बैठी हो लिए है: टेक 1: सागरी मुझ पापी की कजा, तु, सोबती पाई मने आई लजा : यो मजा ...
Lakhamīcanda, Pūrṇacanda Śarmā, 1992