O QUE SIGNIFICA न्याव EM HINDI
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definição de न्याव no dicionário hindi
Confiança nongress [sem justiça] 1. Política de regra Conduta Método U-ohho, tako trust não está claro (Word 0). 2. Festa justa Coisa áspera Direito do dever Prevenção 3. Consciência O intelecto de injustiça adequada Justiça Como, o que você quiser na sua decisão, faça o mesmo. 4. Dois lados Decisão do meio Discussão Comportamento ou Processo Como o rei, então decida P. 0-To-be-be. Muh-pagamento-liquidação = liquidação da disputa. Decisão de disputa Faça Decida. न्याव संज्ञा पुं० [सं० न्याय]
१. नियम नीति । आचरण । पद्धति ।
उ०—ऊधो, ताको न्याव है जाहि न सूझै नैन ।—सूर
(शब्द०) । २. उचित पक्ष । वाजिब बात । कर्तव्य का ठीक
निर्वारण । ३. विवेक । उचित अनुचित की बुद्धि । इंसाफ ।
जैसे,—जो तुह्मारे न्याव में आवे वही करो । ४. दो पक्षों के
बीच निर्णय । विवाद वा झगडे़ का निबटेरा । व्यवहार या
मुकद्दमे का फैसला । जैसे—राजा करे सो न्याव ।
क्रि० प्र०—करना ।—होना ।
मुहा०—न्याव चुकाना = झगडा़ निबटाना । विवाद का निर्णय
करना । फैसला करना ।
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10 LIVROS EM HINDI RELACIONADOS COM «न्याव»
Descubra o uso de
न्याव na seguinte seleção bibliográfica. Livros relacionados com
न्याव e pequenos extratos deles para contextualizar o seu uso na literatura.
1
Bātāṃ rī phulavāṛī - Volume 2
तौ रोमजी भला दिन दे के देर जाम न्याव करावा साख वहीर हुवा । जावतो- जावती बांनै मारग में सीमी लेक स्याल धकियी । रोमा जव सीमा टिहयां पछै बीमण कहाँ जा-म स्याल भाई है आज तौ लेक ...
2
Bagaṛāvata Devanārāyaṇa mahāgāthā
बुलाया भूणाजी ने निदा को न्याव तो भूणाजी कने ही लेव । सूता ही नाहर व जगल है, भूगाजी ने दरबार मैं बुलाकी है । राव बुलावे रावले कं., पग क्या आधी आय : गांको भाई देवनाराण माटी मार ...
Lakshmī Kumārī Cūṇḍāvata, 1977
मछली री न्याव नानड़की री गोटकी रै पेट में पूग जावणी व्याहै म्हारा सागर देवता ! वृ, तौ आ जायी है कै औ/न्याव वाणी माथे तैरती चूडी उतार मछाया साह छोटोडी रै गली लटकती तलवार जाई ।
'तो बताओ, कैसे करें?'' 'सभा करो, जनता के सामने उसे बेइज्जत करो। अरे, जनता से तो दुनिया डरे है। जनता का न्याव तो सबसे बड़ा न्याव है।'' 'मेरे बुलाने से जनीमांस जुटेगा?' 'काए नहीं जुटेगा।
5
Rājasthānī gadya, vikāsa aura praka̲śa: Vikāsa:
वाली दीसे दी, देखर इणन्तु हाल पूछो, किया ऊपर पुकारे होर है तरे बादशाह डोकरी/पूछो-फरियाद कर है डोकरी कही-हे बादसाह है जो न्याव इया नदी ऊपर नहीं कियो तो मोटा प्रभू-री आया कैप तो-धू ...
6
Uttarākhaṇḍa kā itihāsa - Volume 5
कहा राज के काज की बात जारी हैं न्याव अह आफ तह कुद भाहीं ! सहीं मेत्रि . मित्रादि को पक्ष रावी है लगे ध्याग्र गढ़ . मेतरी न्याव नाहो है मिले पूस जिनसी करे पक्ष ताहो ( भली औ बुरी बात ...
7
Sūradāsa aura unakā Bhṛamaragīta
ऊधो ताको न्याव है, हो, जाहि न सुन वैन : हम दृभति सतभाव न्याव तुम्हरे मुख सा-वो : प्रेम-नेम रसकथा कह, कंचन की कांची । जो कोउ पावै सीस है ताको कीजै नेम : मधुप हमारी सौ कहो, हो बीग भान ...
Rājakumāra Śarmā, Sūradāsa, 1968
8
Rājasthānī loka sāhitya
... (अयोग्य बात का भुलावा) हाथी रा दांत (कहना कुछ, करना कुछ) बाबरा रौ न्याव (तीसरे का फायदा) छाबड़ होजाना (फुला हुआ यया कुते हाली हाँकी (नमक आमा सुसिर्य री चौथी पग (नामोनिशान न ...
तौ वने कहीं राजा पै आज इन चार आदमीन को न्याव नाहि वं रहते तौ बिकरमाजीत ने कहीं कै राजा सूरी पै न मरे और इनकी मैं न्याय करि दल । तो वा नकिर ने राजा ते कहीं कै महाराज वि कोटिया ...
यहाँ बैठकर पंच जो भी फैसला देते हैं, उसमें भगवान शिव की मंशा शामिल रहती है 1 यहाँ के न्याव को साक्षात भोलानाथ के परसाद का मान देकर उसकी चालना करते हैं । हर ऐसा उलझा हुआ मामला ...