APAKAH MAKSUD ज्वरचिकित्सा dalam HINDI?
Klik untuk
melihat definisi asal «ज्वरचिकित्सा» dalam kamus Hindi.
Klik untuk
melihat terjemahan automatik definisi dalam Melayu.
Definisi ज्वरचिकित्सा dalam kamus Hindi
Farmakopoeia feminin 0 [pada 0] Rawatan atau rawatan demam [ke 0] ज्वरचिकित्सा संज्ञा स्त्री० [सं०]
ज्वर का उपचार या इलाज [को०] ।
Klik untuk
melihat definisi asal «ज्वरचिकित्सा» dalam kamus Hindi.
Klik untuk
melihat terjemahan automatik definisi dalam Melayu.
HINDI BUKU YANG BERKAIT DENGAN «ज्वरचिकित्सा»
Ketahui penggunaan
ज्वरचिकित्सा dalam pilihan bibliografi berikut. Buku yang berkait dengan
ज्वरचिकित्सा dan ekstrak ringkas dari yang sama untuk menyediakan konteks penggunaannya dalam kesusasteraan Hindi.
1
Abhinava cintāmaṇiḥ - Volume 1
... रस महा ज्वरांकुश रस आगन्तुक ज्वर चिकित्सा अभिधातज ज्वर चिकित्सा अमिचारज एवं अभिशापज ज्वर चिकित्सा कामक्रोधादि ज्वर चिकित्सा मूताभिषंगज ज्वर चिकित्सा मूतबाधाहर रोग ...
Cakrapāṇi Dāsa, G. S. Lavekar, Ema. Ema Pāḍhī, 2009
2
Rasendrasara--Samgraha Of Gopalkrishna Bhatt
से वि-वरों नाम औ१को नागा-नेन च । उ-पर, तापर, तीक्षमशेहभत्म, शुद्ध हड़ताल, शुद्ध गन्धक, कायम चूने नेहासिनी . तो - काकमाचीरसं जानु संन्धवेन युत नित ।। ७१ [. ९. ज्वरचिकित्सा । है. २९.
3
Vr̥ndamādhava, athavā, Siddhayoga: Āyurvedika ...
... वातज्वरादि चिकित्सा पित्तज्वर में पाचन पित्तज्वर-चिकित्सा कफ-ज्वर में पाचन कफ-ज्वर चिकित्सा औषधि की मात्रा संसृष्ट दोषों में पाचन वातपित्तज ज्वर-चिकित्सा सभी प्रकार के ...
Vr̥nda, Premavatī Tivārī, 2007
वातश्लेष्म ज्वर चिकित्सा :—वात कफ ज्वर में रोगी को ३ दिन लघन कराकर चौथे दिन भुज्य औषधियाँ देनी चाहिए/ । --- १. पंचकोल (पीपल, पिपलामूल, चव्य, चीता और सोंठ) का क्वाथ विधि से तैयार कर ...
Jagadīśa Prasāda Śarmā, 1997
5
Charaksamhita Mahrishina Bhagvataniveshen Pranita ...
पृष्ट में विषय सहार में परिपाक न होनेवाले ज्वर चिकित्सा कालक्रम ८० साम आदि वरों कर यत्न करना आवश्यक है : 1, वर में दोषानुसार संशोधन है, द्वान्द्रज और साधिपातिक ज्वर में औषध ...
Shri Jaidev Vidhya Alankar Pranitya, 2007
6
Carakasaṃhitā. Bhagavatāgniveśena praṇītā, ... - Volume 2 - Page 10
मांस और मेद:स्थ ज्वर की चिकित्सा अस्थि और मज्जास्थित ज्वर की चिकित्सा आगन्तु ज्वर चिकित्सा अभिघातजज्वर चिकित्सा क्षतज वा क्राणज ज्वर चिकित्सा कमज शोकज और भयज ज्वर की ...
Caraka, Agniveśa, Jayadeva Vidyālaṅkāra, 1963
( २ ) रक्षधानुगत विषमज्यर चिकित्सा-जलेश्वर रस, ( ३ ) मांसधातुगत विषमज्वर चिकिंत्सा, ( ४ ) मंदगत विषमज्जर चिकिंत्सा, ( ५ ) अस्थिगत विषम-ज्वर चिकित्सा, ( ६ ) मज्जागतबिषम ज्वर चिकित्सा, ...
Prabhakar Chatterjee, 1956
8
बसवराजीयं: हिंदीभाषानुवादसहित
क्रिमिरोग में अपथ्य २४ जन्तुज्वर लक्षण २४ जन्तुज्वर में कोटमर्दन रस २४ ज्वरातिसार लक्षण २४ ज्वरातिसार चिकित्सा २५ रक्तातिसार ज्वर लक्षण २५ रक्तातिसार ज्वर चिकित्सा २५ ...
बसवराजु, G. S. Lavekar, अला नारायण, 2007
... के लक्षण नाभिपाक के शमनोपाय गुदपाक गुदपाक-चिकित्सा मुखपाक बालकों की दृष्टिदोष से रक्षा का निदेश ज्वर-चिकित्सा वात-ज्वर-चिकित्सा पित्तज्यर-चिकित्सा लिअ-लवर-चिकित्सा ...
Kalyāṇa, Viṣṇudatta Purohita, 1972
10
Garuṛa Purāṇa kī dārśanika evaṃ āyurvedika sāmagrī kā ...
ज्वर के सामान्य भेद : ज्वर पृथक, द्वन्द, संघात और आगन्तुक के भेद से आठ प्रकार माने गये हैं । ज्वर चिकित्सा : (. गोया ( अत ), पित्त पापड़. ( पपर्टक ), खसखस ( उशीर ), स्वचलन, सुगन्धवाला ( उदर ) एवं ...
Jayantī Bhaṭṭācārya, 1986