APA TEGESÉ पुरीतत ING BASA INDIA?
Klik kanggo
deleng deifinisi asli saka «पुरीतत» ing bausastra Basa India.
Klik kanggo
deleng pertalan otomatis saka definisi ing Basa Jawa.
Definisi saka पुरीतत ing bausastra Basa India
Noot Female in the Works [0] A khusus cedhak jantung Pulse Intestine [to 0] पुरीतत संज्ञा स्त्री० [सं० पुरीतत्]
हृदय के पास की एक विशेष
नाड़ी । आँत [को०] ।
Klik kanggo
deleng deifinisi asli saka «पुरीतत» ing bausastra Basa India.
Klik kanggo
deleng pertalan otomatis saka definisi ing Basa Jawa.
BUKU BASA INDIA KAKAIT KARO «पुरीतत»
Temukaké kagunané saka
पुरीतत ing pilihan bibliografi iki. Buku kang kakait dening
पुरीतत lan pethikan cekak kang padha kanggo nyediyakaké panggunané ing sastra Basa India.
1
Rasayogasāgaraḥ: Akārādistavargāntaḥ
... कृत्गा सोना अत एयों नाक्ति खान आकोरे च स्पष्टता ससाता सा यथाहैर्वमामाशयादाराय पकाशयद्वारपर्थन्तभागस्य पुरीतत इदि नाम | पकाशयमारम्य उरुकपस्न्तभागस्य अचिमेति संज्ञा ...
2
Brahmasūtram Vidyānandavr̥ttiḥ
कुत: है ताश-जते: : सोर्यपामेव नाख्याशेनां ताप बध सुपुमस्थानावस्य क्षतत्वान् 1 थापूर्वोझासु धुतिषु नाका: पुरीतत ब्रह्म चेति अनिल सुषुधि स्थानानि । तत्व नाव: पुरीतश ब्रह्मणि ...
Swami Vidyanand Giri, Lokeśānanda Śāstrī, Baladevānanda Śārada, 1969
3
Pātañjala Yugaśāstra: eka adhyayana
... भी वस्तु की प्रतीति नहीं होती है वृहदारण्यक उपनिषद के अनुसार पुरुष हृदय से निकल कर पुरीतत को जाने जानी हिता नमक बहतर हजार नलियों के द्वारा पुरीतत में प्रवेश कर विश्राम करता है ।
Brahma Mitra Awasthi, 1978
4
Vaiyāsikanyāyamālā: Saṃskr̥ta saṃskaraṇam
२० विषय-छान्दोग्य एवं वृहदारश्यक उपनिषद में जीव का सुधुजि स्थान भिन्न-भिन्न बनल-या क्या है, इस अधिकरण कर यही विचारणीय विषय ह है अ संशय-बया नारियों में, पुरीतत में एव ब्रह्म में ...
Bhāratītīrtha, Vidyānanda Giri (Swami), 1998
5
Arvind Sahaj Samantar Kosh: - Page 561
पुनाविद होइ पुल-देला पुराम के इतिहास, बाजरा पुनाशारत्र व पुरातत्व पुनाशा२ती = पुरातत्व" मुरिया = ताना पुरिशय के आता पुरी ८ नगर पुरीतत से अति. पुरीष सटा विष्ठा पुरीपम के उडद.
Arvind Kumar , Kusum Kumar, 2006
6
Sanskrit-Hindi Kosh Raj Sanskaran - Page 640
पुरीतत (पू०, नर) [ पुरी देह, तनय-ब-मविवर ] 1. हृदय के पास की एक विशेष अंतहीं 2, आख्या रप-र-रा-रत्रा-' भी, परन्तु यह रूप अशुद्ध प्रतीत होता हैं-) । पुरीए [पम-ईवा, किच्च] मल, विष्ठा, यूथ (गोबर), मनु० ...
7
Tarka Samgraha-Annambhatt Pranit (Swapogya Vyakhya ...
एक दूसरा कारण यह दिया जाता है कि पुरीतत में त्वगिन्दिय नहीं है और मन को ज्ञान के लिये स्वर का संयोग आवश्यक है-पव-नास-योगो ज्ञानसाभानों कारणमित्यर्थ ।१ यहां यह कहा जा सकता है ...
8
Bhaktikāla meṃ Bhāratīya rahasyavāda - Page 102
Rādheśyāma Dūbe. (हु/प/यद' ::77:7::::: नि/पुरा: ।वि११:.ने१त्ने१:१, भूने )4: तीन है/पुताई है अरु) मग व । त उ वक कहागया रबतनाम् अय-; से पुरीतत तल जती है, सहम विभाजित केश से भी देन है । वे नास व तो मरे की है ...
... पुरीतल्कपालकेशवसरा घुर्वते पुरीतत उक्ति ताम्तोकुर्म नंदा पुरीतक्ति अपराधि कपालरा शिरोपुस्वीनि केशरा कचरा वसा देहिनी धातुविशेषत्र तरा सास-दर ता पुरीताकपालकेशवसास्तरा ...
Vāsudeva, Ratnakaṇṭha (Rājānaka), Śivadatta, 1983
10
Dayānanda-Yajurvedabhāshya-bhāṣkara: Maharshi Dayānanda ke ...
वा लोहितेनोयं सौवत्येन मित्र दौव्र२येन एवं प्रकीडेनेन्वं बलेन मरुल प्रमुदा साध्यान् अस्य कदर रुद्रस्यान्त: पाश-यें महादेवस्य यकृलछर्वस्य वनितुटू: पशुपते: पुरीतत प्रा९नुवन्ति ।
Sudarśanadeva Ācārya, Dayananda Sarasvati (Swami)