हिन्दी में घुरचा का क्या अर्थ होता है?
हिन्दीशब्दकोश में घुरचा की परिभाषा
घुरचा संज्ञा पुं० [हिं० घूरना=घूमना]
कपास ओटने की
चरखी । (अलमोड़ा) ।
हिन्दी किताबें जो «घुरचा» से संबंधित हैं
निम्नलिखित ग्रंथसूची चयनों में
घुरचा का उपयोग पता करें।
घुरचा aसे संबंधित किताबें और हिन्दी साहित्य में उसके उपयोग का संदर्भ प्रदान करने वाले उनके संक्षिप्त सार।.
1
Kāśikā: Pāṇinīyāṣṭādhyāyīsūtravr̥ttiḥ - Volume 3
यर्थव हि 'भखभासमिदो अत्' इति भत्ल्लेरुत्पखेंन च घुरचा सलवार कबकर्तवाभिछोयते न कतु-प, तथा किविनीयामपि धातीरुल्लेमयां स्वआवादेव पद-री च न भवति, 'न छन्दस्यपुत्रस्य' इति ...
Vāmana, Jayāditya, Sudhākara Mālavīya, 1986
(आध" ८७) पना : वि० चालाक : उ० तू बहा धुना है (क० पु० १०९) सं० स्वी० हुनी । घुरचा : सं० पु० कपास ओटने की चखी । ( अमल ) पति : सं० पल हिरन, पहाडी मृग । उ० तुमने कभी घूरड़ का गल खाया है : (झूठ" २।३०५) ...
Chandra Prakash Tyagi, 1977
3
Ny−as−apar−akhy−a K−aśik−avivaraṇapañjik−a - Volume 1
२.१६१) इति भञ्जेरुत्पन्नेन च घुरचा स्वभावात् कर्मकत्र्तवाभिधीयते न कत्र्तुमात्रम् , तथा किकिन्भ्यामपि धातोरुत्पन्नाभ्यां स्वभावादेव कत्र्तवाभिधीयते, न भावकर्मणी ॥ 'आदिति ...
Devanandī, Pullela Śrīrāmacandruḍu, V. Sundara Sarma, 1985
4
Mahātmā Gāndhī yāñce saṅkalita vāṅmaya - Volume 21
अलीवं घुरचा विजय ( २धू-९-१ ९२१ ) २ रं७ ८८- लष्णरी कायदा ( २धू-९- १ था १ ) २ २ १ ८९. हिदु- मुरिलम ऐक्य ( २धू-९-१ ९र १ ) २२३ ९० . मासी तिपशे ( २धू-९-त्९/ए १ ) २२६ ९ १. रप्रि एपते मेश्वृकज यात्रा पत्र ( २धू-९- सु९२ १ ) ...
आरती हैं साईबावाष्ठा योर गुत्यवपागयाची आर्थक घुरचा पूरत भादीचे पवे चद्वाविमेइत्याहीं दुस्रिही उर्वरो एक दिसर की उ याने या से स्कुतीत पारशी खोलवर को नाहीत मद्वासीही मोठया ...