QUE SIGNIFIE कन्यालोक EN HINDI
Cliquez pour
voir la définition originale de «कन्यालोक» dans le dictionnaire hindi.
Cliquez pour
voir la traduction automatique de la définition en français.
définition de कन्यालोक dans le dictionnaire hindi
Kanyalok Nom Std 0 [NON]
Selon le jaïnisme, il Parlons du mariage de la fille avec le mensonge. कन्यालोक संज्ञा पुं० [सं०]
जैन मत के अनुसार वह मृषावाद या
झूठ जो कन्या के विवाह के संबंध में बोला जाय ।
Cliquez pour
voir la définition originale de «कन्यालोक» dans le dictionnaire hindi.
Cliquez pour
voir la traduction automatique de la définition en français.
10 LIVRES EN HINDI EN RAPPORT AVEC «कन्यालोक»
Découvrez l'usage de
कन्यालोक dans la sélection bibliographique suivante. Des livres en rapport avec
कन्यालोक et de courts extraits de ceux-ci pour replacer dans son contexte son utilisation littéraire.
इसके इत्तरम यहां कहा गया है कि उक्त कन्यालोक आदिके ग्रहणसे ही कुमाराकिवषयक अलीकको भी ग्रहण किया गया समझ लेना चाहिए | विबेचनस्- जैसा कि पूर्वभ ( ऐ०८ ) स्धूलप्रागातिपात ...
Umāsvāti, Bālacandra Śāstrī, 1999
... जिसे "छोड़ छो" में बालिकाओं को नचाने के लिए गाते हैं : इन सभी सूत्रों को एक साथ पिरो कर देवा कन्या लोक गाथा का निम्नांकित रूप बन सकता है : घोतारी कांसा केरी राजा पैइयेताड़े ...
Padmacandra Kāśyapa, 1972
ब-वामम का सिपाही' में प्रकाशित एक पत्र से । मैं तो, भाई, ताल-पार की इस अपूर्व प्रस्तर कन्या लोक सरस्वती का, जिस का अपहरण करने के लिए अन्तरों-तीय तस्कर और देशी दलाल दोनों रात-दिन ...
राजा ओकर तारुयय विकाशक संग अनुपम रूपराशि बम देखि कमप्रभा की कहलधिन्द जे "हे रानी : विना राम गीतसन कुमारि कन्या लोक बम कटु लमैंछ । अतएव विवेकी पुरुष यतिन में पदार्पण करितहिपन ...
Rajeshwar Jha, Somadeva Bhaṭṭa, 1967
5
Maithilīśaraṇa Gupta ke kāvya meṃ nārī
माता-पिता और पुत्रष्णुती सभी एक स्वर से आत्मोत्सर्ग के लिए उत्सुकता प्रकट करते हैं । बीर बाला की यह उक्ति कितनी मार्मिक है--" 'हे दान की ही वस्तु कन्या लोक के तो त्याग तुम मैंरा ...
Mañju Latā Tivārī, Maithili Sarana Gupta, H. P. Dvivedi, 1977
6
Ādhunika Hindī kaviyoṃ kā sāmājika darśana
... वस्तु ही समझा जाता है | श्री मेभिनीशरण गुप्त ने "वक-व्यहार" में बाहाणामुत्री से कह/राया हैक-कहै दान की ही वस्तु कन्या लोक में चिन्ताका मानी चिता होती सुता है है पिता आपत्ति ...
Premacanda Vijayavargīya, 1972
7
Maithilīśaraṇa Gupta ke kāvya meṃ nīti tattva
हैदान कीही वस्तु कन्या लोक में: १. 'सागो, मैथिलीशरण पुच, द्वादश सर्ग, पृष्ट४५यु । २. वही, तृतीय सर्ग, पृष्ट्र ८२ है ३- वही, दशम सर्ग, पृष्ट ३८२ । तो त्याग तुम मेरा है आपत्ति यों अपनी हरो मैं ...
8
Rītikālīna kavi Kālidāsa Trivedī - Page 152
पलट' स-मच-य-प-द्या-से ब है. रा, है-ब है-बहका लेकिन इनके कम के विषय में सबकी हुम अलग-जल रही 152 औ रीतिकालीन यहि कालिदास विल का कारण बन जाता है । कुमारी कन्या लोक काज के भय से भी अपने ...
9
Jainåacåaryoòm kåa alaçnkåaraâsåastra meòm yogadåana
रीति का महक : विजयवणी ने रीति का महल बतलाते हुए लिखा है कि जिस प्रकार रीति (लीक-व्यवहार) रहित कन्या लोक में मान्य नहीं होती है, उसी प्रकार रीति-, शुत्य काव्य रसिकों द्वारा ...
Kamaleśakumāra Jaina, 1984
10
Kr̥tajña mī, kr̥tārtha mī
Dhananjay Keer. कडोल सई खाई स्वता आजीने केलर मान आईने नाव देवकर ही कखराम आबाजी धुले मांची जोष्ट कन्या. लोक कखरामना अच्छा म्हणत. देवकीच्छा माणा त्योंना जीवती विष्ठा नीरा है ...