10 LIVRES EN HINDI EN RAPPORT AVEC «चुपड़ी»
Découvrez l'usage de
चुपड़ी dans la sélection bibliographique suivante. Des livres en rapport avec
चुपड़ी et de courts extraits de ceux-ci pour replacer dans son contexte son utilisation littéraire.
1
हिन्दी: eBook - Page 301
213. चिकनी चुपड़ी बातें करना—खुशामद करना। ------------------ प्रयोग—उसकी चालाकी और स्वार्थपरता के कारण , वह उसकी असलियत नहीं समझ सका और उसकी चिकनी चुपड़ी बातों में आ गया। --- ----- 214.
Dr. Triloki Nath Srivastava, 2015
2
Aadarsh Prabandhan Ke Sookta
'रूखा–सूखा खायके ठंडा पानी पीव, देख परायी चुपड़ी मत ललचावे जीव' का उदाहरण अकसर िदया जाता है । ठीक है, अपना जी मत ललचाओ, पर मन में चुपड़ी रोटी पाने की इच्छा तो होनी चािहए ।
3
Annual Horoscope Aquarius 2015: कुंभ राशि
श्च म शा. का दशम भाव में, मंगल मकर राशि का बारहवें भाव में गतिशील है। 1 दिसम्बर से 7 दिसम्बर तक - मास की शुरुआत मध्यम ही रहेगी। किसी की चिकनी-चुपड़ी बातों में आकर आप अपने काम के ...
Dr. Bhojraj Dwivedi, Pt. Ramesh Dwivedi, 2015
दादाश्री : ऐसे मिटाए तब तो इन सभी लोगों को किसी चीज़ की ज़रूरत ही नहीं रहे। ज़रा सी दवाई चुपड़ी कि मिट जाएगा। ठंड नहीं लगेगी, ताप नहीं लगेगा, इसलिए पंखे, कपड़े किसी की ज़रूरत ...
5
चित्रलेखा (Hindi Novel): Chitralekha (Hindi Novel)
थोड़ी दूर गये होंगे िक बाहर से चोबदार ने िकवाड़ बन्द करके जंजीर चढ़ा दी, तब अपनी कमर से पथरी िनकाल आगझाड़कर बत्ती जलाईऔर चौखट के नीचेजो एक छोटीसी बारूद की चुपड़ी हुई पतीली ...
भगवती चरण वर्मा, Bhagwati Charan Varma, 2014
इसका मतलब आज तक उस आदमी ने अपनी चिकनी चुपड़ी बातों से उसे धोखा दिया है। उसने उसके साथ विश्वासघात किया है। शायद उसकी तालिका में अगला नंबर कूकी का होगा, तिरेपनवॉ? उस आदमी को ...
7
Buniyāda Alī kī Bedila Dillī - Page 44
यदि कोई जमौआ एकमुश्त रकम देना भी चाहता है , तो उसे चिकनी - चुपड़ी बातों में उलझाकर मना लेते हैं कि भैया , जल्दी क्या है , धीरेधीरे रकम चुकता कर देना । ऐसा इसलिए कि ठेकेदार को ...
8
STAY HUNGRY STAY FOOLISH(HINDI):
न कि चिकनी-चुपड़ी बातें करने वाली दक्षिण बॉम्बे की संस्कृति जिसका लिंटस प्रतिनिधित्व करती थी।” इस विचार को ठुकरा दिया गया। “और तब मैंने कहा, 'अब इस घेरे से निकलने का समय आ गया ...
आखिरकार वह सिलसिलेवार प्रेमी चलता बना । उसे लगा यह पीड़ा उसे बर्बाद करके रख देगी । उसके स्वभाव के बारे में जानते हुए भी वह आठ महीनों बाद उसकी चिकनी - चुपड़ी बातों के झाँसे में आ ...
10
मेरी कहानियाँ-खुशवन्त सिंह (Hindi Sahitya): Meri ...
भंबा में उसे सबने देखा हुआ था। माँड़ लगी पगड़ी का कुल्ला हमेश◌ा िसरपर सगर्व ऐ◌ंठा रहता। काजल लगी उसकी आँखों और तेल से चुपड़ी चमकती कालीदाढ़ी कोदेखते ही लगता िक कोई लंपट है।
खुशवन्त सिंह, Khushwant Singh, 2013
10 ACTUALITÉS CONTENANT LE TERME «चुपड़ी»
Découvrez de quoi on parle dans les médias nationaux et internationaux et comment le terme
चुपड़ी est employé dans le contexte des actualités suivantes.
You are hereHisarहुड्डा ने चौटाला की जेल ट्रांसफर के …
ऐसे में हुड्डा को ऐसी चिकनी चुपड़ी बातें करना शोभा नहीं देता। हुड्डा ध्यान रखें कि यह कलयुग है। हुड्डा ने जैसा किया वैसा ही उन्हें फल मिलेगा। हुड्डा ऐसे बयान देकर मेरे परिवार की भावनाओं के साथ न खेलें, हमें अपने में रहने दें, पूरा हरियाणा ... «पंजाब केसरी, nov 15»
व्रतधारी आज देंगे अस्त होते भगवान भास्कर को अर्घ्य
पर्व के दूसरे दिन सोमवार को छठ उपासकों ने खरना का आयोजन किया। व्रतधारी दिन भर का उपवास रखने के बाद शाम को गन्नो के रस में बने चावल की खीर के साथ दूध, चावल का पिट्ठा और घी चुपड़ी रोटी का प्रसाद भगवान सूर्य को भोग लगाने के बाद ग्रहण किया। «Nai Dunia, nov 15»
केलवा के पात पर उगऽ हो सूरजदेव...
प्रसाद के रूप में गन्ने के रस अथवा गुड़ से बनी चावल की खीर के साथ दूध,चावल का पिट्ठा और घी-चुपड़ी रोटी बनायी गयी. कई जगहों पर अरवा चावल व चना का दाल भी बनाया गया. प्रसाद में नमक या चीनी का प्रयोग नहीं किया जाता है. नमक के जगह सेंधा नमक का ... «प्रभात खबर, nov 15»
कार्तिक मास की षष्ठी आज, महिलाओं ने रखा व्रत
इसके बाद सोमवार को दूसरे दिन कार्तिक शुक्ल पंचमी को व्रत रखा जाता है। दिनभर उपवास रखने के बाद शाम को भोजन करते है। इसके बाद प्रसाद बांटा। प्रसाद के रूप में गन्ने के रस में चावल से बनी खीर के साथ दूध, चावल का पिठ्ठा और घी चुपड़ी रोटी बनाई गई। «अमर उजाला, nov 15»
खरना के साथ निर्जल उपवास रखा
प्रसाद के रूप में गन्ने के रस में बने हुए चावल की खीर के साथ दूध, चावल का पिट्ठा और घी चुपड़ी रोटी बनाई जाती है। मंगलवार की शाम को छठ पर्व को लेकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मंदिरों और अन्य ... «अमर उजाला, nov 15»
सूर्य को पहंला अर्घ्य आज, भक्ति में डूबे …
उसके बाद शाम को भोजन किया। खरना का प्रसाद लेने के लिए आस-पास के सभी लोगों को निमंत्रित किया गया। प्रसाद के रूप में गन्ने के रस में बने हुए चावल की खीर के साथ दूध, चावल का पिट्ठा और घी से चुपड़ी रोटी बनाई गई। इसे नमक व चीनी से दूर रखा गया। «दैनिक जागरण, nov 15»
आज से मनाया जाएगा छठ पर्व
खरना का प्रसाद लेने के लिए आसपास के सभी लोगों को निमंत्रित किया जाता है। प्रसाद के रूप में गन्ने के रस में बने हुए चावल की खीर के साथ दूध, चावल का पिट्ठा और घी चुपड़ी रोटी बनाई जाती है। इसमें नमक या चीनी का उपयोग नहीं किया जाता है। «Legend News, nov 15»
स्वच्छता एवं पर्यावरण का रखा जाएगा ध्यान
प्रसाद के रूप में गन्ने के रस में बने हुए चावल की खीर के साथ दूध, चावल का पीट्ठा और घी चुपड़ी रोटी बनाई जाती है। इसमें नमक या चीनी का उपयोग नहीं किया जाता है। इस दौरान पूरे घर की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है। -----------. छठ पूजा में सफाई ... «दैनिक जागरण, nov 15»
भगवान सूर्य की आराधना का महापर्व छठ आज से शुरू
प्रसाद के रूप में गन्ने के रस में बने हुए चावल की खीर के साथ दूध, चावल का पिट्ठा और घी चुपड़ी रोटी बनाई जाती है। इसमें नमक या चीनी का उपयोग नहीं किया जाता। छठ पर्व में अर्घ देने के लिए सूप एवं दउरा की मांग को लेकर सब्जी मंडी में बाजार सज गया ... «दैनिक भास्कर, nov 15»
छठ घाट से बस स्टैंड मार्ग तक हुई सफाई
इस दिन व्रतधारी दिनभर का उपवास रखने के बाद शाम को गन्ने के रस से बने चावल की खीर के साथ दूध,चावल का पिटठा और घी चुपड़ी रोटी का प्रसाद भगवान सूर्य को भोग लगाने के बाद ग्रहण करेंगे। छठ पूजन करने वाले श्रध्दालु इसके बाद 36 घंटे का निर्जला ... «दैनिक भास्कर, nov 15»