WHAT DOES प्रतिनमस्कार MEAN IN HINDI?
Click to
see the original definition of «प्रतिनमस्कार» in the Hindi dictionary.
Click to
see the automatic translation of the definition in English.
Definition of प्रतिनमस्कार in the Hindi dictionary
Paradigmer nos. [NO] In exchange for greeting Hello . Anticipation प्रतिनमस्कार संज्ञा पुं० [सं०]
नमस्कार के बदले में किया गया
नमस्कार । प्रत्यभिवादन ।
Click to
see the original definition of «प्रतिनमस्कार» in the Hindi dictionary.
Click to
see the automatic translation of the definition in English.
10 HINDI BOOKS RELATING TO «प्रतिनमस्कार»
Discover the use of
प्रतिनमस्कार in the following bibliographical selection. Books relating to
प्रतिनमस्कार and brief extracts from same to provide context of its use in Hindi literature.
1
Vedavyākhyā-grantha - Volume 13
प्रणाम कर रहा है : नमस्कार हो सल के य, जो कोई भी भू पर करते सतत गमन है जो ह्रदय में, जो मसिम में, नमस्कार उन सल के प्रति : सूक्ति : सर्वेम्यो नम: है भ्रमणशील साधकों के प्रति नमस्कार ।
2
Nirālā racanāvalī - Volume 1 - Page 254
आप इन्हें सचल कर माला पहनाकर प्रति नमस्कार द्वारा प्रोत कीजिए ।" सेविका, अज आदि लिये खडी थीं । कुमार ने बायें हाथ से मस्तक का पश्चादभाग थामकर दाहिने से, सुललित रोचना लगा दी, ...
Surya Kant Tripathi, Nandakiśora Navala, 1983
3
Rudra devatā: pralayaṅkara Rudra Bhagavān ke raudra rūpa ...
यजुर्वेद के रुद्राध्याय में रुद्र के प्रति नमस्कार उसके रौद्ररूप को दूर रखने के लिये है । और जहाँ रुद्र के शिव-शंकर आदि रूपों के प्रति नमस्कार है वह कलम-प्राप्ति के लिये है । यया देबी ...
Śyāmasundaradāsa Śāstrī, Bhagavad Datta Vedālaṅkāra, 1985
4
Patañjalikālīna Bhārata
के प्रति नमस्कार-पद्धति में इसी कारण अन्तर कर दिया गया था । अपने से बडे पुरुषों के प्रति नमस्कार-निवेदन करते समय नमस्कारकर्ता अपने नामोल्लेख के साथ कहता था, 'अभिवादये देवदत्त, ...
Prabhudayālu Agnihotrī, 1963
5
Gopatha-Brāhmaṇam: mūla-mātram
(ऋतिग्यरणनिमित्ता:) आद: सद: प्रति नमस्कार के सदा प्रति नमस्कार:, त्रि-फले च होतृवर्गकृत्यमृ, प्रस्थितग्रहैरैन्द्रो याग: प्रात:सवने 1, 1, 1, 1, माध्यन्दिनसवने 1, है, ऐन्दार्भवो याग: ...
Vijayapāla Vidyāvāridhi, 1980
6
Saṅkṣepa Śrīharināmāmr̥ta-vyākaraṇam
याति 1.३०:: नम आविधिर्वोगे चतुर्थी क-दत" कृष्णम नम:, तं प्रति नमस्कार इत्यर्थ: ' 'नम:' आदि शब्द के योग से चतुर्थी विष्णुभक्ति होती है है मगाय नम:, सरामान्त अव्यय नन्द है, अर्थात कृष्ण ...
Jīva Gosvāmī, Haridāsaśāstrī, 1989
यस्य कर्म चानुस्वारस्य प्रयोग: कावी है एव-कच काव्यकरशेपुपवायार्षकरशकाकायुनान् करीब प्रति नमस्कार । य: कविर्षन्थेधु सहखशाणकषशदोषविमुलगिरम८ल्लेलै: कवयति; विस्कृपकविस्तानेव ...
Vidyādhara, Bhr̥gunātha Pāṇḍeya, 1996
सेनगुप्त ने बैठे-बैठे प्रति-नमस्कार किया, लेकिन उनका मन आनंद, उल्लास, उपवास से नाच उठा । मुस्कराकर युवती ने पूछा, 'बैठ सकती हूँ ? है सौजन्यता दिखाने में तुटि हो जाने पर लषिजत हुए ...
मैंने प्रतिनमस्कार किया । मेरे कमरे से एक सहिता अलसाई सी बाहर निकली । शायद सो रही थीं है आँखे" भरी-भरी थीं और बाल बेतरतीब है मांग में सिंदूर नहीं था । आजकल औरतों की भांग देखकर ...
किन्तु, अभी-अभी कुछ क्षण पूर्व उसका मन फिर डगमगा गया था: ० "नमस्कार का शिझकता हुआ प्रतिनमस्कार, हाथ उठाने का ढंग, आँखों की असाधारण नमनीयत-सबकुछ देख-सुनकर उसने समझ लिया था, ...
Phanishwarnath Renu, 2007