হিন্দিএ आछेप এর মানে কি?
হিন্দি এর অভিধানে «आछेप» এর
আসল সংজ্ঞা দেখুন এ ক্লিক করুন।
বাংলাএ সংজ্ঞার
স্বয়ংক্রিয় অনুবাদ দেখুন এ ক্লিক করুন
হিন্দিএর অভিধানে आछेप এর সংজ্ঞা
আচউপ পুস। [0] আপত্তি সজ্জা বলা হয়। এ- আপনি বলছেন না যে একটি উত্সাহ আছে। গ্রি।, পি 400 आछेप पु संज्ञा पुं० [सं० आक्षेप]
आक्षेप नामक अलंकार ।
उ०—तहाँ कहत आछेप हैं कबिजन मत उत्सेध ।—मतिराम
ग्रं०, पृ० ४०० ।
হিন্দি এর অভিধানে «आछेप» এর
আসল সংজ্ঞা দেখুন এ ক্লিক করুন।
বাংলাএ সংজ্ঞার
স্বয়ংক্রিয় অনুবাদ দেখুন এ ক্লিক করুন
«आछेप» এর সঙ্গে সম্পর্কিত হিন্দি বই
নিম্নলিখিত গ্রন্থপঞ্জী নির্বাচনে
आछेप শব্দটির ব্যবহার খুঁজুন। হিন্দি সাহিত্যে
आछेप শব্দের ব্যবহারের প্রসঙ্গ সম্পর্কিত বই এবং তার থেকে সংক্ষিপ্তসার।
1
Hindī-kāvyaśāstra, kaviyoṃ kī avadhāraṇāem̐
परिचय मिलता है ( कवि द्वारा आक्षेप, विभावना और रसवह का प्रयोग द्रष्टव्य है : नि) सूर कर आछेप राखी, आस, के दिन नेग, ।(आ) कियौ पति आधीन सूरज, कै विभाजन व्याज, (इ) सूर रसद देखिये, नंदन-द ...
2
Kūṭakāvya; eka adhyayana, Sūra ke Kūṭapadoṃ ke viśesha ...
केस ओर निहारि फिर फिर तहत उरज कठोर । । होकहति ना जाहु उतका नंदर्तदन बेग 1 सूर करि आछेप राखो आलू के दिन नेग 1. ( ३ ६ ) दुरदसूल के आदि राधिका बैठी करति सिंगार । दधिसूतसुतसूत्.अरिभखमुख ...
3
Beākarana ke lagāma ā bhāsā ke cābhuki: Bhojapurī ke disābodha
... संपादक जी प' मुरली जी के ई आछेप लगावे के मोका ना रहित जवन अपना पहिलका पाद टीपनी में समबन्ध कारक खाती लय बानी ।१ इहाँ उलुटे १ संपादक के ओर से' लिखला खाती सिरी मुरली जी कह' तानी ...
4
Sāhitya-sudhānidhi, śāstrīya mīmāṃsā
Satyendrapratāpa Siṃha, Jagatasiṃha. उयाजनिदा और व्यायाजनिदा त्रिविध आछेप विरोधाभास दम विधि विभावना विसेशेक्ति जथा असंभव व्याज निदा आपति में निदा होय । भले सहे सखि गोते नस रद ...
Satyendrapratāpa Siṃha, Jagatasiṃha, 1987
5
Ādhunika Brajabhāshā gadya: Brajabhāshā kahānī, ekāṅkī, ...
तुम्हारी बस २-१यौ : सब जग जाने हैं के भूपेन्द्र तुम्हारी चेला है : रामजीलाल-देखो प्रोफेसर साहब आप व्यक्तिगत आछेप कर रये हो : मुरलीमनोहर-साँच बडी कड़बी होय है : ध-सके पेट कू" सील दे है ...
Vishṇucandra Pāṭhaka, Rājasthāna Brajabhāshā Akādamī, 1990
6
Rājasthānī aitihāsika granthoṃ kā vivaraṇātmaka sūcī patra
पुरम की को कहै भये पंछी हु निवासी 1: आछेप पति कहये आप कछु बहुर करिए ही तो उमराव को उजीर पैम हू रहे रमनि उप कीन्हीं मेर मलिन की माला के चाधर छा: क-रज विभावना हसन का दल है कि यया मैं ...
Śrī Naṭanāgara Śodha-Saṃsthāna, Manoharasiṃha Rāṇāvata, Śivadattadāna Bārahaṭa, 1991
है भी ' है अल ) परन्तु ' आछेप/ल चु., अल थई ब हैं) । (::......1.., । (........:.:1...1........]:..: ( । । : । [ ) है ( (, / : । है : ) ) ! । : : : ' ' ' ) है म४ ० 13 बिल' /.//वा/:, (., (./ ) [...:..:., ; ( के भूल : ' [ । रा/आ/रा., ), ., ) ' (अर्ध-त्-यों [ली-से : ) [::.......1:..:9.
Vyankatesh Digambar Madgulkar, 1964
8
Siddhāntakaumudī: śrīmadBhaṭṭojīdīkṣitaviracitā ... - Volume 2
इति । दरिदितेति ॥ तासि इटि उदाहृतवार्तिकेन आछेप: । 'आतो लेप इट च' इत्यस्य सम्भवेऽपि न्याय्यत्वादत्र वार्तिकोपन्यास: । दरिद्रष्यति । दरिद्रतु-दरिद्रतात् । दरिद्रताम् । दरिद्रतु।
Bhaṭṭojī Dīkṣita, S. Chandrasekhara Sastrigal, Vāsudeva Dīkṣita, 1911