与 «घृण्य»相关的印地语书籍
在以下的参考文献中发现
घृण्य的用法。与
घृण्य相关的书籍以及同一来源的简短摘要提供其在 印地语文献中的使用情境。
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Nayī kavitā meṃ mithaka - Page 181
राजा इतिहास में अपना नाम अंकित कराने के लिए घृण्य से घृण्य कृत्य करता है और जन-साधारण को बंदियों-सा जीवन व्यतीत करने के लिए विवश कर देता है। राजा की इसी कुवृत्ति से बचने के ...
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नदी के द्वीप (Hindi Sahitya): Nadi Ke Dweep (Hindi Novel)
भुवन ही िफर बोला, “सुनोरेखा; बात यह है िकयुद्ध बुरी चीज़ है, घृण्य है, व्यक्ितत्वके िलए घातक है सब कुछहै। परजब लड़ें ही, तब जो कुछ रक्षणीय है उसे बचाने के िलए आवश◌्यक है िक युद्ध की ...
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Bhāratīya kāvya-siddhānta, rasa
... करना लेखक का उद्देश्य नाहीं है - स्पष्ट शब्दों में यदि पाठक ऐसे वर्णन पढ़रुर उन कृत्यों को बीभत्स और घृण्य अनुभव नहीं करता, अर्थात् उसके मन में उनकी बुराई से घृणा पैदा नहीं होती, ...
एक साधु-सध्या अगर गरीब हो, समाज में घृण्य है वह । उस संस्कृति-सभ्यता को उनपर लादे, क्या फायदा ? ' है दुखी ने कहा८"मानता हूँ । पर बुराई जल्दी अपना लेते घन ने कहा--' सभ्यता का भलाचुरा ...
Nityananda Mahapatra, 1992
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Racanā-sandarbha: kathā-bhāshā - Page 63
आदमी आदमी है। गिनीपिग नहीं।'(पृष्ठ 379) वस्तुत: यही वह विश्वास है, जो पूर्ल उद्घृत विरलताओं से ज्ञात कलुष और घृण्य के तमस को विदीर्ण कर जिजीविषा का सात्विक प्रकाश उजागर कर पाता ...
Śaśibhūshaṇa Pāṇḍeya, 1989
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Niraalaa saahitya kaa anushiilana
गलती पर थे-चीर कैमास को मारकर उन्होंने बजा ही घृण्य कृत्य किया है । तीर वरेण्य सिर्था सरदार मलखान को घेरकर अनुचित रीति से उन्होंने मारा । महीने के ऊदल और ब्रह्मानन्द आदि बीर ...
Hiiraalaala Baachotiyaa, 1977