与 «अंजिव»相关的印地语书籍
在以下的参考文献中发现
अंजिव的用法。与
अंजिव相关的书籍以及同一来源的简短摘要提供其在 印地语文献中的使用情境。
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Diamond Beauty Guide - Page 112
अंजिव. अंविल. यह एक अच्छा सियन चूड है । भान है पहले अघ-पैरों यर उतार ज्यों भी लगभग 15-20 मिनट तक मालिश की और फिर गरम मानी 1 1 2 सूते नारियल को जलाकर उससे तेल निकालकर भी ए-जीया यर ...
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Maikluskiganj - Page 220
औलिव जबतक अपनी मत" के पदम रा-बीई यर जानतीं जैसी औ, तबतक यब को लग रहा था कि आत: अंजिव आँसूओं पी प-ड़ पढे-गी और रचि, जाने से इंकार करते हुए अपने कमरे में आकर उसके पाम जैत जाएगी.
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10 प्रतिनिधि कहानियाँ - Page 57
लेकिन यह जवाब उपले अंजिव नहीं लता है । मरने के बाद वे देखने तो अकल नहीं कि उनके बाल-बस्ते सुतपा ले हैं या दुख ! बल-वन्दे समझदार होगे तो विरासत में पिता के प्यार न सुम-तुने पर भी ...
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Proceedings. Official Report - Volume 140
शुगनचन्द, श्री व्य-ममनोहर मिश्र, श्री अमल-ल, श्री व्यमचरण वाजपेयी आती, श्री श्रीचन्द्र, श्री च श्रीनाथ भय, श्री श्री नाथराम, श्री अंजिव स श्री श्रीनिवास पंडित, श्री श्रीपति सह य, ...
Uttar Pradesh (India). Legislature. Legislative Assembly
... एतानि पाजार्धाचमन१यखाभीयपुनरामचमभीयाति औ-व: स्वथभकायबम: : एवं अदनाविधि: अव : तत उचास्थास--अंजिव-य: स-९जल इहाबछ इहतिष्ठ: एतानि पाद्यार्धाचमन-जय ओं भूर्तव: स्व: उब्दलाय नम: ] एवं ...
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Prācīna Bhāratīya aṇu evaṃ kiraṇa vijñāna tathā parā ...
दियासलाई जल भई है वह वापस दियासलाई नहीं बनेगी ( उसमें से निकलती शक्ति कुछ नया रूप-धारण करेगी और तभी अति की अंजिव री दिशा का संरक्षण होगा । यई नया करने वाली शुन्याथा गति है ...
Ashṭabhujā Prasāda Pāṇḍeya
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Samaya sāmyavādī - Page 195
लंका से प्रस्थान 2. अंजिव 3. क८जि और संकाय 4. औशाम्बी 5. सारनाथ, राजत्व 6. गोली तुम्बनी होते हुए 7. परत से विदाई लेते हैं । दूसरी मंजिल मं-नेपाल में पं. राहुल अज्ञातवास में बिताते ...
वक अप-ले मास विम रानी से वजह जिसे सुनकर रानी को भी बहुत दुख हुआ है उसने तो सपने में भी अंजिव बाजिशजाउसकेमाथयेल गोखाक"र्मताहै । अन्तयेजबक्रबत्मयबोगयानोराजाअपमेमदल, बल ...
Nārāyaṇa Caure, Candraśekhara Gupta, 1994
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Mithilā gita saṅgraha - Volumes 1-4
Bholā Jhā. देव बनिसार अधिन कय रायब ।। एको निक जो तेजब गुन जूम, एहेन योग सोर तेज सेज वाई छोड़ब ।। अरसे काजर पारब निशि द्वारब, ताहि लय थ अंजिव आँ२रिव योग संरचना ।। नयनों नयन ...
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Madras government Oriental manuscripts series - Issue 47
अबू [ अंजिव अनी कोह, 2004- सखीनखद आहत-त: । अबू । भी अष्टिकाये----पा- 21. इह सा र-अस्थिर-जै: (जीह-पेच": : यब-मयय-सय-मयय-रेप-मरे यल । अम्यपिचत् । अकी । २४१९ । आ-शनिदेव-प्रबल य द्रहुमाई तो लय मुमोह ...
Government Oriental Manuscripts Library (Tamil Nadu, India), 1955