10 ГІНДІ КНИЖКИ ПОВ'ЯЗАНІ ІЗ «अपढ़»
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अपढ़ з наступної бібліографічної підбірки. Книжки пов'язані зі словом
अपढ़ та короткі уривки з них для забезпечення контексту його використання в гінді літературі.
वे जानते थे कि शुर-सा-तों ने इन बोलियों में ही सहज-सरल ढंग से 'ज्ञान' के उपदेश देकर अपढ़ जनता को प्रभावित किया था । अपढ़ जनता शुद्ध संस्कृत अथवा शिक्षित लोगों में व्यायवहृत भाषा ...
Bhairav Prasad Gupta, 2007
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मेरी कहानियाँ-रामधारी सिंह दिवाकर (Hindi Sahitya): Meri ...
पंिडतजी का गिणत बहुत आसान था और माँबाबूजी जैसे अपढ़ की समझ मेंभी बहुत आसानी से आ जाता था। श◌ूद्र होने के बावजूद िभखारी महतो काबेटा रामप्रवेश पढ़नेमें तेज है औरवर्ग में ...
रामधारी सिंह दिवाकर, Ramdhari Singh Divakar, 2013
3
Tattvamimamsa Evam Gyanmimamsa (Sankshipt Samanya Darshan)
यर इस तरह का बोई भी जन्मजात सिद्धान्त नहीं पाया जाता, जो बच्चे, अपढ़ और अन्य सभी व्यक्तियों में पाया जाया यदि यह कहा जाय कि बच्चे, अपढ़ आदि के मन में भी सहज प्रत्यय रहते है, ...
4
Aksharoṃ ke āge (māsṭarajī)
वे जानते थे कि अ-सन्तो ने इन बोलियों में ही सहज-सरल ढंग से 'ज्ञान' के उपदेश देकर अपढ़ जनता को प्रभावित किया था । अपढ़ जनता शुध्द संस्कृत अथवा शिक्षित लोगों में व्यवहृत भाषा को ...
Bhairavaprasāda Gupta, 1993
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Mahāvīraprasāda Dvivedī racanāvalī: Bhārata kī ... - Page 155
ऐसी ही दलीलों और दृष्ट-तों के आधार पर कुछ लोग स्थियों को अपढ़ रख कर भारतवर्ष कया गौरव बढाना चाहते है । (पान लीजिए कि पुराने जमाने में भारत की एक भी यत्न पढी लिखी न थी । न सही ।
Mahavir Prasad Dwivedi, Bhārata Yāyāvara
6
Bharat Mein Jatipratha (Swarup, Karma, Aur Uttpati)
जो भी हो, जादू चाहे काला हो या सफेद, उसमें विश्वास करने वाले भारतीय प्राय: वे ही होते हैं जो अपढ़ हैं । यही वर्ग इसमें विश्वास कर अक्सर गंभीर अपराध करता है। पढ़े-लिखे सुसंस्कृत ...
J.H. Hattan, Mangalnath Singh, 2007
7
Muktibodh : Kavita Aur Jeevan Vivek - Page 39
पर यह जन-जीबन में अपढ़ लोगों का समय ही रहा । अशिक्षा, असुन और 1जी१निपतियों, जमींदारों और पीकर-यहीं के धक से यह विवेक (गेट द्वारा ही सावधान हो सकती थी । जलता में जाबनंक्षा और ...
Chanderkant Devtale, 2003
8
Bharat Itihas Aur Sanskriti: - Page 72
एक पर महब प्रतिभाशाली सानी थे-वे स्वयं कान के शिखा थे तो दूसरी और शेष जनता अपढ़ थी, वह अज्ञान के अम्धकार में औ हुई थी । फलता-, उत्-ब वनों में सुआ-से-सूती और ऊँचे-रि-ऊँचे दार्शनिक ...
9
Agnipunj: Shaheed Chandrashekhar Azad Ki Krantikari Jeevan ...
अजब के बारे में यह भी अनुमान पाया जाता है विना यह बहुत विद्वान थे या निरे अपढ़ । आजाद ने पहा-केलि., की शिक्षा नहीं पाई तो परन्तु यह विश्वास नहीं क्रिया जा सकता कि हैजुएट तेयार ...
10
Kala Banka Tirchha - Page 77
मुझे (कीर लिया एक धमकते सिक्के ने पगे जिस पर विदेशी कोई और मैं इतना अपढ़ जितनी सरकार जई बहूत भीतर घन मानो यमन तक गु/धिन है विकी एक सुरक्षित जाह जैसे शेतान की सांस सात समुन्दर ...
НОВИНИ ІЗ ТЕРМІНОМ «अपढ़»
Дізнайтеся, що обговорювала національна та міжнародна преса, і як термін
अपढ़ вживається в контексті наступних новин.
दास्तां एक अधूरे मंदिर की
मंदिर के आसपास बिछी चट्टानों पर उकेरे नक्शों, चिह्नों, मंदिर निर्माण की योजनाओं को पढ़ना था, समझना था। पिछले तैंतीस दिनों में इस अपूर्ण मंदिर का यह दूसरा फेरा लगा रही थी, पिछली बार निपट अपढ़ की तरह दीवारों को सिर्फ 'देखकर' लौट गई थी और ... «Dainiktribune, Листопад 15»
शाहरुख भी बोले, अमजद अली खान बोले, बोली शबाना और …
हमें फिर से गण नाट्यांदोनल को इस उन्माद के विरुद्ध मुकाबले में खड़ा करना चाहिए। हमें फिर फिर ऋत्विक घटक चाहिए। हम अपढ़ हैं फिर भी इसी मकसद से शुरुआत हम कर रहे हैं। समर्थ और विशेषज्ञ लोग इस संवाद को विस्तार दें तो हम यकीनन फिर फासिज्म को ... «hastakshep, Листопад 15»
लाड़ले तानाशाह, तो क्या भारत के राष्ट्रपति झूठ …
तो क्या भारत के राष्ट्रपति झूढ बोल रहे हैं और ये तमाम लोग यही महाभियोग उनके खिलाफ दर्ज कराने के अभियान में जुट रहे हैं, यह हम जैसे अपढ़ और अधपढ़ की समझ से बाहर है। ताजा खबरों के मुताबिक अर्थशास्त्र की खामोशी तोड़ते हुए देश में बढ़ती ... «hastakshep, Жовтень 15»
वैदिक धर्म की वेदी पर प्रथम बलिदान: महर्षि दयानन्द
एक साधारण व अपढ़ व्यक्ति भी यदि इस पद्धति के अनुसार तप व पुरुषार्थ करे तो ईश्वर का ज्ञान प्राप्त करने के साथ ईश्वर का साक्षात्कार कर जीवन को शिखर पर ले जा सकता है। उनके सभी योगदानों के लिए हम उनको अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं। हम आशा ... «Pravaktha.com, Жовтень 15»
बिहार जीतने के लिए देश आग के हवाले, लेकिन चीखों …
हमें शक हो रहा था कि क्या आम जनता की तरह हमारे कामरेड अधपढ़ या अपढ़ हैं या उनका दिमाग भी गुड़ गोबर है और वे न राजनीति समझते हैं और न राजनय और न अर्थशास्त्र और वे भारतीय जनता का नेतृत्व के सलायक नहीं है। पहली बार हम कामरेडों को सही कदम ... «hastakshep, Жовтень 15»
पें¨टग के क्षेत्र में बनाया आत्मनिर्भर
मधुबनी : सतलखा की मनीषा ने न केवल स्वयं मिथिला पें¨टग के क्षेत्र में नई ऊंचाई छूते हुए गत वर्ष इसी विधा में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त करने में सफल रही हैं वरन उसने ग्रामीण अपढ़ महिलाओं को पें¨टग की शिक्षा देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का ... «दैनिक जागरण, Жовтень 15»
प्रेमचंद को फिर पहचानने की जरूरत
उनके केंद्र में अपढ़-निरीह-असंगठित किसान-मजदूर और गरीबी से सताए हुए स्त्री-पुरुष स्थापित होते चले गए। जिस आदर्शोन्मुख यथार्थवाद की चर्चा प्रेमचंद करते हैं, उसका पूरा चेहरा पुराने यथार्थवाद या पश्चिमी यथार्थवाद का नहीं है। वे कहते हैं कि ... «दैनिक भास्कर, Жовтень 15»
पत्थरी निकालने की आड़ में ठगी, महिला गिरफ्तार
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : कुछ लोग अपढ़ लोगों की कमजोरी का फायदा उठाने से बाज नहीं आते। गांव नत्थू दुलचीके में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें गांव की वासी गीता इलाके के ही नहीं, बल्कि के दूर-दराज से आने वाले लोगों को कथित तौर पर गुमराह ... «दैनिक जागरण, Жовтень 15»
स्वतंत्र वेब लेखक व ब्लॉगर
हम छोटे थे, गाँव में लोगों के बच्चे शरारत करते थे, तब उनकी माताएँ देहाती गालियाँ देकर उन्हें शरारत करने से मना करती थीं, लेकिन जब हम शरारत करते थे तब हमें हरामजादा, कुत्ता, कमीना कहकर अम्मा अपना प्रभुत्व अपढ़ समाज में कायम करती थीं। शायद वह ... «Pravaktha.com, Вересень 15»
अमेरिका के पढ़े लिखे यहूदी
पढ़े-लिखे कालों को तो उनकी योग्यता के अनुसार काम मिल जाता है लेकिन अपढ़ कालों को मजदूरों का कार्य करने या अन्य अदना कामों पर ही संतोष करना पड़ता है। स्वर्गीय मार्टिन लूथर किंग ने कालों को नागरिक अधिकार दिलाने में जो अहम् भूमिका ... «Dainiktribune, Вересень 15»