फराश SÖZCÜĞÜ HINTÇE DİLİNDE NE ANLAMA GELİR?
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Hintçe sözlükte फराश sözcüğünün tanımı
Fars noun, isim [ülke 0] Yarışın Zhou büyük bir tür yarış Ağacı. Özel - Punjab, Sindh, Afganistan ve Pers'te Bol miktarda bulunur. Yaz günlerinde çiçek açar. Salin arazide iyi yetişir. फराश संज्ञा पुं० [देश०]
झाऊ को जाति की जाति का एक प्रकार का बड़ा
वृक्ष ।
विशेष—यह पंजाब, सिंध, अफागानिस्तान और फारस में
अधिकता से पाया जाता है । यह गरमी के दिनों में फूलता है । खारी भूमि में अच्छी तरह बढ़ता है ।
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«फराश» İLE İLİŞKİLİ HINTÇE KİTAPLAR
फराश sözcüğünün kullanımını aşağıdaki kaynakça seçkisinde keşfedin.
फराश ile ilişkili kitaplar ve Hintçe edebiyattaki kullanımı ile ilgili bağlam sağlaması için küçük metinler.
1
Prayojanmoolak Hindi : Sanrachana Evam Anuprayog - Page 176
जीव "फसाया" और 'फराश प्राय उ ही अल देते है पर्यायवाची लगते हैं जित उपमा भूत का लगभग उ-तिहाई होना चाहिए जबकि फराश के लिए ऐसी कोई फति नही है । जो यदि आज के तीली या रेडियों के जिरी ...
2
Santa Rohala kī Hindī-bānī: - Page 7
पाप पुन दरबान हैं, लालच मोह फराश । हरख सोग दुइ खिदमती, अह निस रहते पास ।।31।। अन्यान घोड़े (ऊ) पर चमकी विसरला नाम अरूप । रोहल रहनी रहत बिन, पड़ती काल के कूप (.32.. अमन के मन बस पड़ती, नाना ...
Rohala, Rameśacandra Miśra, 1990
3
Merī priya vyaṅgya racanāeṃ - Page 133
जो कुछ करना होता था बस अपने विवेक से । एक दिन अस्पताल इन्चार्ज काका ने फराश को बुलाकर कहा- क्यों वे "मअस्पताल की रही कहाँ फैकता है ? इधर-उधर फैलेगा तो तेरी नौकरी खा जाऊंगा हाँ.
4
Hama haśamata - Volume 1 - Page 168
हैड-फराश ने उनके दिल की बूम ली । "विक्टर, भुर्शजी के बच्चे के लिए मीठे-नमकीन का दिव्य वना दो.' मुंशीजी के देने पर निक पलट जाई । ऐसी लजीज जीजा को खाकर छान अपने बाल-बब को याद न बनेगा ।
5
Upanāma: eka adhyayana : Hindī upanāmoṃ kā anuśīlana evaṃ ...
१--शरलबहारी गोस्वामी : कृष्णभक्ति काव्य में सखीभाव, पृष्ट २ ०७ तो-बजर श्रीवास्तव : संत लछिमी सखी और उनकी कृति अमर फराश प अनुशीलन, वय (, य-र, पृल-६०) ए-मुरलीधर श्रीवास्तव : संत लछिमी ...
Śivanārāyaṇa Khannā, 1978
बहुत-से वकील जिनकी अच्छी-खासी प्रेक्तिस थी, चाहे कचहरी देर से पहुँचते हों लेकिन सैयद बाकर अली कुछ समय रहते ही बार लायशेरी में आकर बैठ जाते : उस समय अक्सर फराश मेज-ब की झाड़-पोंछ ...
7
Śrī Rajjaba vāṇī: Śrī Rajjaba girārtha prakāśikā ṭīkā sahita
किन फराश निष्कल किये, किन किये अई सफ-संस : एक हि करता उभय का, कौन करै हलचल" ।१४०११ श्री फराश वृक्ष को फल रहित और आम को फल-सहितो किसने बनाया ह ? दोनों का रचने वाला एक ही ईश्वर हैं, ...
Rajjab, Nārāyaṇadāsa (Swami), 1967
8
Kone kā ākāśa - Page 96
सुबह-पुश एक फराश साहु-पील लगा कर चमका देती है उसे. मेहतरानी का बना-जाना वर्जित है उसमें उसी कोरे में जनरल वल की दुष्ट रबी यलेस' संकाय बनाने में व्यस्त है; कभी-बसी टमाटर उबभिकी अधि ...
9
Murādābāda Jile ke sthāna-nāmoṃ kā bhāshāvaijñānika adhyayana
हकीम उच-ब हकीमपुर (मनम्र, मुरादाबाद) घोसी बम घोसीपुर (हसनपुर) महावत बब-तिस महावतपुर है, फराश उन फराश/र (अमरोहा) चमार म चमरउआ (मुरादाबाद) चमरुआ (सम्भल) शाहपुर परन (सम्भल) होम बम-बहि-थ ...
10
Ādhunika Maithilī vyākaraṇa o racanā
... दोसर योगिक आ तेसर गोगरूय 1 च सढि---रूढि शब्द ओ शब्द धिक जकरा खण्डक कोनों अर्थ नहि होअथ बना-नाक : नाकक हैना' आओर क' दू टा खण्ड भेल : मुदा फराश-फराश 'न अथवा 'क' केर कोथ अब नहि भए सकैत ...
«फराश» TERİMİNİ İÇEREN HABERLER
Ulusal ve uluslararası basında konuşulanları ve
फराश teriminin aşağıdaki haberlerde hangi bağlamda kullanıldığını keşfedin.
गोवर्धन की पूजा कर मांगी भाइयों की लंबी उम्र
नगर के एलवल, रैदोपुर, मातवरगंज, सिविल लाइंस, फराश टोला, अनंतपुरा, कटरा, पुरानी सब्जी मंडी, बदरका, सिधारी सहित सभी मुहल्लों में गोबर से विशेष स्थान पर पोताई की और गोबर से ही गोवर्धन भगवान की प्रतिमा बनाई। पूजा स्थल पर जुटी बहनों ने गोवर्धन ... «अमर उजाला, Kas 15»
पद 100, आवेदन 25000 से ज्यादा
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश सचिवालय में माली, चौकीदार व फराश के सौ पदों को भरने के लिए अधिकारियों के माथे पर पसीना आने लगा है। पढ़े-लिखे बेरोजगारों का बढ़ता आंकड़ा अफसरों को नाकों चने चबवा सकता है। इन पदों के लिए बीए, एमए, डबल ... «दैनिक जागरण, Eki 15»
ब्रजभूमि को भा रहे कदंब, नीम, शीशम
बबूल, ढाक, इमली, फराश, सुबबूल, काला सिरस, अर्रू, बेर, कचनार, लिसौड़ा, नीम, शीशम, जामुन, सागौन, आम, बेल, आंवला, सैजना, कैंथ, खिन्नी, अमलताश, कनकचंपा, अशोक, गुलमोहर, चमेली, सेमल, मदार, जाकरकंडा, कदंब, पीपल, नीम, कंजी, कनेर, पापड़ी, पाकड़, बरगद, बहेड़ा ... «दैनिक जागरण, Tem 15»
आकाशवाणी झाली भकासवाणी
अत्यंत संवेदनशील अशा ठिकाणी शिपाई किंवा फराश दर्जाच्या हतबल कर्मचाऱ्यांना 'सिक्युरिटी गार्ड' म्हणून काम करण्याचे आदेश असल्याचे तुमच्या ऐकिवात आहे? १५ वर्षांहून अधिक काळ कर्मचारी भरती नाही, बढत्या नाहीत, स्टेशनरीची बोंबाबोंब, ... «maharashtra times, Tem 14»